शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2010

जैसे तैसे जोड़ दिया है

जैसे तैसे जोड़ दिया है
तुमने तो दिल तोड़ दिया है

हम तो भटके पहले ही थे
खूब नया ये मोड़ दिया है

समझ के भी ना समझे से
किसको को किससे जोड़ दिया है

जज्बो को अब रुसवा कर के
किस्सा कह कर छोड़ दिया है

आज अभी भी, रस्ते में हूँ
यार कहाँ पर कोहड़ दिया है

दोष निशा अब औरों पर क्यों?
भाग हमीं ने फोड़ दिया है

- नसीमा निशा

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