शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2010

जो दिखाई न दे ख़ुदा कैसे हो

जो दिखाई न दे ख़ुदा कैसे हो
दिल में रहता है जो वो जुदा कैसे हो

तुम ही तुम जब बसे हो मेरे दिल में तो
फिर मेरा दिल किसी पे फिदा कैसे हो

खूबसूरत तो है वो मगर है ग़रीब
बाप के घर से बेटी विदा कैसे हो

लोग बेघर हुए जो तेरे कहर से
तू ही उनका खुदा तो सदा कैसे हो

लूटने जो लगे माँ की अस्मत निशा
दूध का कर्ज़ उनका अदा कैसे हो

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